यूं अलग-थलग,
सबसे अलग, सब में अलग, जग में जुदा
रह जाऊं जाँ,
जन्मो-जनम, अपनी कसम, ही ले अलहदा
सब अगल-बगल, संगी
विह्वल, अन्मन के दल, चाहें बता
हम भी अलग, धुन
का बुना, टुकड़ा नया, लो बनी अदा
जो यहाँ-वहाँ,
न हुआ कहाँ, न कभी जहां, सब कुछ मिला
कब बहार है,
क्या ऐतबार, थोड़ा इंतज़ार, कुछ गुमशुदा
क्यों तरह-तरह
, मन में कलह, मन की वजह, मन ऊबना
समझा सबब, सोचा
गज़ब, निकला अजब, दिन मसविदा
ये चमक-धमक,
चहकी महक, बहकी खनक, होशियारियां
जी कर बहस, लड़
ले जिया, दम दे दिया, मद आमदा
क्या अता-पता,
किसकी खता, खत लापता, हो कर मिला
बैरंग पथ, कथ थक
चले, दुःख मुख कहे, चल अब विदा
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